सोलर के क्षेत्र में नये नये इनोवेशन होते रहते हैं। वर्तमान में खाना पकाने के लिये सोलर कुकर और पानी गर्म करने के लिये सोलर वाॅटर हीटर का प्रयोग खूब चलन में है। लेकिन अभी प्रचलन में जो भी सोलर कुकर है उनकी एक सीमा है, उनमें खाना बनाने के लिये कुकर को धूप में रखना होता है। हालांकि अभी हाल ही भी इंडियन आॅयल ने एक खास सोलर चूल्हा सौर नूतन भी लांच किया है जो इनडोर वर्क करता है। सोलर पैनलों को छत पर लगा दिया जाता है और यह चूल्हा किचन में रखकर काम किया जाता है।

सौर नूतन के बारे में अधिक जानकारी के लिये यहां क्लिक कर सकते हैं।

परन्तु आज हम बात कर रहे हैं अमरनाथ यात्रा पर लगाये गये सोलर कंसन्ट्रेटर की। अमरनाथ यात्रा मार्ग के बालटाल बेस कैम्प में लगाये गये इस विशाल सोलर उपकरण से अमरनाथ यात्रियों के लिये प्रदूषण रहित तरीके से खाना पकाया जायेगा। इतना ही नहीं यह सोलर उपकरण बड़ी संख्या में लोगों के लिये पानी भी गर्म कर सकता है।

नहीं होगा प्रदूषण, मुस्करायेगी प्रकृति | solar concentrator uses

अभी तक बालटाल में अमरनाथ यात्रियों के लिये खाना पकाने के लिये अधिकतर लकड़ियों अथवा दूसरे ईंधन का प्रयोग किया जाता रहा है, जिससे न केवल प्रकृति को नुकसान होता है वरन प्रदूषण भी फैलता है।

क्या है सोलर कंसन्ट्रेटर | solar concentrator in India

सेलर कंसन्ट्रेटर एक विशाल उपकरण है। जिसमें 16-16 वर्गमीटर की 2 सोलर डिशों को लगाया गया है। इन डिशों पर लगे कांच पर जब सूर्य की किरणें पड़तीं हैं तो उसका रिफ्लेक्शन एक फोकल प्लाइंट पर एकत्रित होता है। जिससे सोलर एनर्जी एक जगह पर काॅन्सन्ट्रेट होती है। ऐसे में इस उपकरण की माध्यम खाना बनाने और पानी गर्म करने जैसे कार्यों को बड़े स्तर पर किया जा सकता है।

सोलर कंसंट्रेटर के फायदे | solar concentrator benefits | 

इंदौर के स्टार्टअप स्वाहा की ओर से स्थापित इस उपकरण के माध्यम से अब लंगरों में भोजन पकाने और पानी गर्म करने के लिये लकड़ी जलाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। स्वाहा स्टार्टअप के समीर वर्मा के अनुसार यूनाइटेड नेशन के सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल 2020-30 के अंतर्गत भारत सरकार लगातार सोलर इनोवेशन को प्रोत्साहित कर रही है।

ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यदि यह इनोवेशन सफल रहा तो इससे न केवल लकड़ी के लिये पेड़ों का कटान रूकेगा, बल्कि लोगों को धूल और धुयें से भी मुक्ति मिलेगी।

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