Solar atta chakki on EMI | किस्तों पर सोलर आटा चक्की | आटा चक्की लगाने में कितना खर्च आता है?

अगर आप डीजल इंजन के माध्यम से आटा चक्की, धान मशीन, स्पेलर अथवा अन्य कोई मोटर संचालित कारखाने को चला रहे हैं और डीजल पर होने वाले खर्चे से परेशान हैं, तो आपके लिए सबसे आसान समाधान है सोलर के माध्यम से अपने कारखाने का संचालन करना. जी हां सोलर एनर्जी के माध्यम से जब आप अपने कारखाने का संचालन करते हैं तो आपको रनिंग कॉस्ट के नाम पर कोई भी खर्च नहीं करना होता ऐसे में आप महीने भर में जो भी कमाते हैं वह आपकी अपनी कमाई होती है.

ना डीजल का खर्च न बिजली बिल की चिंता


सोलर पावर प्लांट लगाने के बाद आपको एक बार भले ही थोड़ा सा खर्च करना होता हो लेकिन इसके बाद आपको हर महीने होने वाले भारी भरकम डीजल के खर्च या फिर बिजली के बिल की चिंता नहीं करनी पड़ती. क्योंकि कारखाने लिए लगने वाला सोलर पावर प्लांट बिना बैटरी का होता है ऐसे में इस सोलर प्लांट के लिए आपको दोबारा किसी प्रकार का कोई भी खर्चा नहीं करना होता.
आटा चक्की लगाने में कितना खर्च आता है?


25 से 30 साल तक चलता है सोलर प्लांट

सोलर प्लांट की लाइफ की बात करें तो जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि सोलर पैनलों पर आपको 25 साल तक की वारंटी मिलती है, ऐसे में आप अपने सोलर प्लांट को निश्चिंत होकर अगले 25 से 30 साल तक चला सकते हैं.

पूरी लागत हो जाती है एक से दो साल में वसूल

सोलर प्लांट के लिए आपके द्वारा लगाई गई पूरी लागत सिर्फ एक से 2 साल में वसूल हो जाती है. फर्रुखाबाद में मजिस्टिक इंडिया सोलर की ओर से सोलर पावर प्लांट लगवाने वाले रविपाल बताते हैं कि जब उन्होंने अपने कारखाने में सोलर सिस्टम नहीं लगाया था, उस समय वह प्रतिदिन लगभग ₹2000 का डीजल खर्च करते थे.

जिसकी वजह से हर महीने ₹60000 सिर्फ डीजल के खर्चे पर ही चले जाते थे, जब उन्हें सोलर् के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने अपने कारखाने पर सोलर पावर प्लांट लगवाया इस प्लांट में उन्होंने लगभग 7 लाख रुपए खर्च किया. उनका पूरा पैसा एक साल से कुछ अधिक समय में ही वसूल हो गया है.

4 साल से चला रहे हैं सोलर प्लांट नहीं आई कोई दिक्कत

रवि पाल बताते हैं कि वह सोलर के माध्यम से अपने कारखाने को पिछले चार वर्षो से सफलतापूर्वक चला रहे हैं. अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है. चूँकि उन्होंने आधुनिक तकनीक के सोलर पैनल लगवाए हैं और मोटर की क्षमता से अधिक क्षमता के सोलर पैनल  है, इसलिए खराब मौसम और बादल वाले दिनों में भी उनका कारखाना सुचारू रूप से चलता रहता है.

आटा चक्की लगाने में कितना खर्च आता है?

सोलर आटा चक्की में होने वाला खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने क्षमता का सोलर पावर प्लांट लगवाते हैं. यदि आपके पास पहले से आटा चक्की, स्पेलर, मोटर आदि मशीनरी है और आप अभी अपने कारखाने का संचालन डीजल इंजन से या फिर बिजली के माध्यम से कर रहे हैं तो आपको सोलर पैनल, वीएफडी, इंस्टॉलेशन, सोलर स्ट्रक्चर, अर्थिंग आदि कंप्लीट सोलर सिस्टम के लिए ₹36 प्रति वाट से लेकर 38 रुपए प्रतिवाट तक खर्च करना पड़ सकता है.

सिर्फ सोलर पैनल की कीमत की बात करें तो इस समय आपको आधुनिक तकनीक का मोनो  बाईशियल हाफ कट सोलर पैनल ₹25 प्रति वाट से लेकर 28 रुपए प्रति वाट तक की रेंज में आसानी से मिल जाएगा.

Solar atta chakki on EMI | किस्तों पर भी लगवा सकते हैं सोलर प्लांट

अगर आप एक साथ इतना पैसा खर्च नहीं कर सकते तो अब आपके लिए राहत की बात यह है कि आप आसान किस्तों पर भी अपने कारखाने पर सोलर पावर प्लांट लगा सकते हैं. और आप ठीक उसी तरह किस्तें भर सकते हैं जैसे आप अपना बिजली का बिल या डीजल पर खर्च करते हैं. लेकिन सोलर के साथ आपको फायदा यह है कि मात्र 2 साल या 3 साल किस्ते भरने के बाद पूरा सिस्टम आपका अपना हो जाता है और फिर आपको कोई भी खर्च नहीं करना पड़ता.

किस्तों पर सोलर लगाने वाली कंपनी | Kisto par solar atta chakki contact number

अगर आप भी किस्तों पर 8 किलो वाट या उससे ऊपर का सोलर पावर प्लांट लगवाना चाहते हैं तो आप 100 से अधिक सोलर आटा चक्की का सफलता पूर्वक इंस्टालेशन करने वाली कम्पनी मेजेस्टिक इंडिया से 9125939294 नंबर पर कॉल या व्हाट्स एप्प के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं.

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