सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है, एक समय था जब देश में सोलर पैनल का आयात किया जाता था, यानी विदेश से सोलर पैनल मंगवाए जाते थे और भारतीय बाजार में उनकी बिक्री होती थी. लेकिन इस समय परिस्थितियों तेजी से बदल रही है, अब भारत में बने हुए सोलर माड्यूल अमेरिका सहित कई देशों में निर्यात किये जा रहे हैं. दरअसल अमेरिका में चीन पर प्रतिबंध ने भारतीय सोलर कराबरियों के लिए बड़े अवसर खोल दिए हैं.


बड़ी संख्या में भारतीय कंपनियां अमेरिका में अपने सोलर पैनलों का निर्यात कर रही है. कॉर्पोरेट रेटिंग्स इकरा में वाइस प्रेसिडेंट और इस क्षेत्र के प्रमुख विक्रम रेड्डी के अनुसार अमेरिका में इस समय बड़ी संख्या में भारतीय सोलर पैनलों का प्रयोग किया जा रहा है. रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के अनुसार सोलर एनर्जी सेगमेंट की प्रमुख कंपनी वारी एनर्जी के फरवरी तक के ऑर्डर का 80% से 85% हिस्सा निर्यात किया गया है जिसमें अमेरिका ,कनाडा, यूरोप सहित दूसरे बाजार भी शामिल है.

अडानी सोलर का भी है निर्यात में बड़ा योगदान

देश की प्रमुख सोलर पैनल निर्माता कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के मुख्य फाइनेंशियल ऑफिसर जोगेंद्र सिंह के अनुसार अदानी सोलर की ओर से अपने सोलर पैनलों का सबसे अधिक निर्यात अमेरिका के लिए किया गया है. जबकि टाटा सोलर की ओर से भी एक गीगा वाट तक सोलर का निर्यात किए जाने का अनुमान है.

अमेरिका में खूब पसंद किया जा रहे हैं भारत में बने सोलर पैनल

अमेरिका की सोलर पावर प्लांट लगाने वाली कंपनियां भारत में बने हुए सोलर पैनलों को खूब पसंद कर रही है, यही कारण है कि भारत की प्रमुख सोलर पैनल निर्माता कंपनियों की ओर से अपने कुल उत्पादन का आधे से भी अधिक हिस्सा निर्यात किया जा रहा है.

बंपर उत्पादन से घटी है कीमतें

ज्ञातव्य हो कि सोलर सेक्टर में बड़ी-बड़ी कंपनियों के आने और सोलर पैनलों के उत्पादन में वृद्धि होने के कारण सोलर की कीमतों में भी पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी कमी दर्ज की गई है. यही कारण है कि इस समय घरेलू ग्राहकों के लिए भी सोलर सिस्टम लगाने का बिल्कुल सही समय है.
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