कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | कुसुम योजना में न डूब जाए आपकी गाढ़ी कमाई | जानिए कैसे हो रही कुसुम योजना के नाम पर ठगी

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान यानी पीएम कुसुम (PM Kusum) योजना के अंतर्गत सोलर प्लांट लगवाने के लिए इस समय पूरे देश के किसानों में बेहद उत्सुकता है. लोग पीएम कुसुम योजना को इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं.

इसी का फायदा उठाकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह भी इस समय अपनी पूरी सक्रियता पर है. हैरानी की बात यह है इस सब पर सरकार आंख मूंदे हुए हैं, हालांकि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से अपनी वेबसाइट पर इस बारे में एक नोटिफिकेशन जारी कर किसानों को कुसुम योजना की फर्जी वेबसाइटों से सावधान रहने की हिदायत दी गई है, लेकिन भोले भाले किसान अक्सर इन ठगों के जाल में फंस ही जाते हैं. 

भारत सरकार का लोगो लगाकर करते हैं गुमराह 

कुसुम योजना के अंतर्गत ठगी करने वाले ठगी के लिए ऐसे ऐसे तरीके अपनाते हैं कि किसानों को जल्दी अपने ठगे जाने का एहसास ही नहीं होता पहली नजर में देखने पर ठगों द्वारा किए जा रहे सारे दावे एकदम सही प्रतीत होते हैं, इतना ही नहीं ठगों का दुस्साहस इस कदर बढ़ा हुआ है कि वह बाकायदा भारत सरकार का लोगो और सत्यमेव जयते का लेटर पैड धड़ल्ले से प्रयोग कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं.

प्रयागराज के किसान ने शेयर किया ठगों द्वारा भेजा गया पत्र

ऐसा ही एक पत्र प्राप्त हुआ प्रयागराज उत्तर प्रदेश के रहने वाले किसान इंद्रजीत को. यह किसान हमारे सोलर इंफॉर्मेशन ग्रुपों में से एक ग्रुप के सदस्य हैं.

इन्होंने हमें इस लेटर के बारे में जानकारी दी तथा बताया कि हमसे कुसुम योजना के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है. साथ ही किसान इंद्रजीत ने हमें ठगों द्वारा भेजा गया यह पत्र भी भेजा.

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

भारत सरकार का लोगो और नीचे पीएम कुसुम योजना

आप भी पहली नजर में इस पत्र को देखकर यही कहेंगे कि वास्तव में यह तो भारत सरकार का ही पत्र मालूम होता है.  सबसे ऊपर भारत सरकार का लोगो और नीचे पीएम कुसुम योजना के नाम का अकाउंट नंबर और मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी का ही पूरा पता. लेकिन मोहर मैनेजिंग डायरेक्टर की. अब मिनिस्ट्री में मैनेजिंग डायरेक्टर का पद है या नहीं!

इसी के साथ किसान को भरोसा दिलाने के लिए बाकायदा यह भी बताया गया है कि 3 एचपी का पंप है जिसकी टोटल कीमत ₹300000 है जिसमें से सब्सिडी ₹270000 मिल रही है.

जाहिर सी बात है किसान इस लालच में आ जाते हैं कि जब उनको ₹270000 मिलने वाले हैं तो ₹5600 खर्च करने में क्या दिक्कत है? लीगल चार्ज के नाम पर यह ₹5600 किसान से मांग रहे हैं.

किसान हित में मैजेस्टिक इंडिया का कदम 

किसान इंद्रजीत से वार्ता के बाद मैजेस्टिक इंडिया के निदेशक आशीष मिश्र ने इस प्रकरण को नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संज्ञान में लाया और आग्रह किया इस पर त्वरित कार्यवाही की जाए ताकि दूसरे के साथ इस तरह की ठगी से बच सकें. 

कुसुम योजना के नाम पर ठगी करने वाली वेबसाइट से सावधान

हालांकि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर सभी किसानों को कुसुम योजना के नाम पर ठगी करने वाली वेबसाइट से सावधान रहने के लिए लगातार कहा जा रहा है. इसी के साथ मंत्रालय द्वारा कुछ फर्जी वेबसाइट की सूची भी जारी की गई है. लेकिन आवश्यकता है इन पर प्रभावी कार्यवाही की. ताकि किसान सुरक्षित रह सकें और सरकारी योजना पर उनका भरोसा कायम रहे.

kisan indrjeet
प्रयागराज के जागरूक किसान इंद्रजीत
कुसुम योजना की जानकारी के लिए कहाँ संपर्क करें | कुसुम योजना टोल फ्री नंबर

प्रिय किसान भाइयों कुसुम योजना के बारे में नवीन जानकारी के लिए आप लोग हमारे सोलर इनफार्मेशन ग्रुपों को ज्वाइन कर सकते हैं है, इसके आलावा आप लोग MNRE की वेबसाईट पर जा सकते हैं साथ की किसी प्रकार की पूछ ताछ के लिए  टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-180-3333 पर कॉल कर सकते हैं।

सतर्क रहें - धोखाधडी से बचें

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